आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी: बीएचयू का 100वाँ दीक्षान्त समारोह 22 नवम्बर 2018 को स्वतन्त्रता भवन के सभागार में आयोजित किया जायेगा। प्रख्यात वैज्ञानिक एवं नेशनल रिसर्च प्रोफेसर डॉ. रघुनाथ अनन्त मशेलकर दीक्षान्त भाषण देंगे। कुलपति प्रो॰ राकेश भटनागर समारोह की अध्यक्षता करेंगे।
इस अवसर पर भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो॰ के विजयराघवन को डी-एससी (डॉक्टर ऑफ साइंस) आनरिस काजा की मानद उपाधि प्रदान की जाएगी। जबकि भारतीय शास्त्रीय संगीत के लब्ध प्रतिष्ठित विद्वान द्वय पण्डित राजन मिश्रा व साजन मिश्रा को डी-लिट (डॉक्टर ऑफ लिटरेचर) आनरिस काजा की मानद उपाधि प्रदान की जाएगी।
इस दीक्षान्त समारोह में वर्ष 2017 एवं 2018 के दौरान उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को पदक एवं उपाधियाँ प्रदान की जाएगी। वर्ष 2017 के दौरान श्रेष्ठ अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को दीक्षान्त समारोह के मंच से 31 पदक प्रदान किये जायेंगे।इसके अन्तर्गत संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के श्री ज्ञानेश उपाध्याय को स्नातकोत्तर परीक्षा 2017 में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने हेतु चान्सलर्स पदक, स्वर्गीय महाराजा विभूति नारायण सिंह स्वर्ण पदक तथा बीएचयू पदक प्रदान किये जायेंगे।
इसी संकाय के श्री हरि नारायण पाठक को भी स्नातक स्तर पर सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर चान्सलर्स पदक, स्वर्ण पदक तथा बीएचयू पदक प्रदान किये जायेंगे। इस अवसर पर विभिन्न संकायो के छात्र-छात्राओं को दीक्षान्त समारोह के मंच से पदक प्रदान किये जायेंगे।वर्ष 2017 के दौरान विभिन्न संकायो में कुल 398 पदक प्राप्त करने के सुपात्र छात्र-छात्राओं को हर वर्ष की भाँति संकायों में आयोजित उपाधि वितरण समारोह में सम्मानित किया जायेगा।
दीक्षान्त समारोह के दौरान वर्ष 2018 में संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के छात्र प्रांजल मिश्रा को स्नातकोत्तर स्तर पर सर्वाधिक अंक प्राप्त करने पर चान्सलर्स पदक, स्वर्गीय महाराजा विभूति नारायण सिंह स्वर्ण पदक तथा बीएचयू पदक प्रदान किया जायेगा। संगीत एवं मंच कला संकाय के छात्र श्री प्रशांत मिश्रा को भी स्नातक स्तर पर सर्वाधिक अंक प्राप्ति हेतु उक्त तीनो पदकों से नवाजा जायेगा।
इस प्रकार वर्ष 2018 के दौरान विभिन्न संकायों के कुल 26 छात्र-छात्राओं को दीक्षान्त समारोह मंच पर पदकों से सम्मानित किया जायेगा। संकाय स्तर पर 384 छात्र-छात्राओं को भी पदकों से सम्मानित किया जायेगा। इस दीक्षान्त समारोह में वर्ष 2017 तथा 2018 में संयुक्त रुप से डीलिट की 6 उपाधियाँ, पीएचडी की 1297 उपाधियाँ, एमफिल की 30 उपाधियाँ, स्नातकोत्तर की 9021 उपाधियाँ तथा स्नातक की 12041 उपाधियाँ प्रदान की जायेंगी।
पत्रकारवार्ता मे इस बात की जानकारी कुलपति प्रो॰ राकेश भटनागर ने दी। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. नीरज त्रिपाठी तथा दीक्षान्त हेतु मानित मीडिया कमेटी के संयोजक प्रो० अनुराग दवे मौजूद थे।