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मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और वोटिंग कल

साल 2014 में मोदी सरकार प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई थी. सरकार के चार साल के कार्यकाल के बाद पहली बार सरकार को संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ेगा. मोदी सरकार के खिलाफ टीडीपी की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लोकसभा अध्‍यक्ष द्वारा स्‍वीकार किए जाने के बाद पक्ष और विपक्ष ने अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है.

अध्‍यक्ष ने 20 जुलाई को अविश्‍वास प्रस्‍ताव पर चर्चा के लिए दिन मुकर्रर किया है. कल इस पर चर्चा होगी और प्रधानमंत्री सदन में अपना पक्ष रखेंगे. इसके साथ इस प्रस्‍ताव पर वोटिंग भी होगी.

इस अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष एकजुट है. कांग्रेस सहित ज्यादातर विपक्षी दलों का समर्थन इसे हासिल है. ऐसे में यह सवाल पैदा होता है कि क्‍या इस अविश्वास प्रस्ताव से मोदी सरकार को कोई खतरा है. यदि सदन में भाजपा और उसके सहयोगी दलों की संख्‍या की गिनती की जाए तो मोदी सरकार के पास इस संकट से उबरने के लिए पर्याप्‍त संख्‍या है.

एनडीए की कितनी सीटें हैं, जानें

बीजेपी 272, शिवसेना 18, एलजेपी 6, अकाली दल 4, आरएलएसपी 3, अपना दल 2, जेडीयू 2,एनआर कांग्रेस 1, पीडीपी 1, एनडीपी 1, पीएमके 1 और एसडीएफ 1. कुल सीटें मिलाकर हुईं 312.

विपक्ष की कितनी सीटें हैं, जानें

यूपीए 67, टीएमसी 34, बीजेडी 20, टीडीपी 16, टीआरएस 11, एआईएडीएमके 37 और अन्य 30. कुल सीटें मिलाकर हुईं कुल 215.

हालांकि ये साफ नहीं है कि कल फ्लोर टेस्ट पर क्या होगा. इसलिए ये कहना मुश्किल है कि मोदी का साथ किसको मिलेगा और किसको नहीं.

AIADMK- तमिलनाडु में जयललिता की पार्टी रही एआईएडीएमके मोदी सरकार के पक्ष में वोट करेगी. मुख्यमंत्री पलानीसामी ने इसका एलान किया है. मोदी सरकार को समर्थन की वजह टीडीपी से नाराजगी है. टीडीपी ने कावेरी नदी के पानी बंटवारे के विवाद पर एआईएडीएमके का साथ नहीं दिया था. एआईएडीएमके के पास 37 सीटें हैं.

TMC- पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव पर अभी तक कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि तृणमूल कांग्रेस विपक्ष के साथ ही जाएगी.

DMK- डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने कहा है कि डीएमके टीडीपी की तरफ से लाए अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगी.

SHIVSENA- शिवसेना ने अविश्वास प्रस्ताव में मोदी सरकार का साथ देने का एलान किया है. शिवसेना ने अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी कर सदन में मौजूद रहने को कहा है.

सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना कल अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग का बहिष्कार कर सकती है. शिव सेना के सांसद संजय राउत ने कहा है कि वोटिंग पर आखिरी फैसला पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे लेंगे.

BJD-  बीजू जनता दल ने अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी करते हुए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान संसद में रहने को कहा है. बीजेडी की बैठक में पार्टी के निलंबित सांसद रामचंद्र हंसदा भी मौजूद थे. बीजेडी ने अभी कुछ भी साफ नहीं किया है. पार्टी फ़्लोर पर ही तय करेगी कि क्या करना है. पार्टी के 20 सांसद हैं, लेकिन बैजयंत पंडा ने इस्तीफ़ा दे दिया है.

बता दें कि मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी का लोकसभा में कोई सासंद नहीं है. वहीं समाजवादी पार्टी का विपक्ष के साथ जाना तय माना जा रहा है.

 

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