वाराणसी: बायोकेमिकल डिपार्टमेंट आईआईटी बीएचयू ने कोरोना महामारी से बचाव के लिए एक बेहतरीन फेस मास्क तैयार किया है। ज्ञातव्य है की इस समय कोरोना महामारी का प्रकोप फैला हुआ है। इस संक्रामक बीमारी से छुटकारा पाने का रास्ता अभी तक मेडिकल साइंस को नहीं मिला है। रोग से बचाव ही एकमात्र उपाय है। और इस बचाव के लिए मुख्य रूप से चेहरे को बचाने की जरूरत समझी जा रही है।
चेहरे के बचाव के लिए कोरोना वायरस के आकार के स्तर के रोकथाम के लिए N 95 साइज का फेस मास्क पहनने की सलाह दी गयी है। बाजार में उपलब्ध मास्क में अधिकांश तो N95 है ही नहीं और धड़ल्ले से बिक रहे है। जबकि एन95 अत्यधिक मंहगे और कमोबेश अप्राप्य भी है। मार्केट में शॉर्टेज होने के चलते इसके दाम में अप्रत्याशित दरों से वृद्धि हुई है।
ऐसे में ये अत्यधिक हर्ष का विषय है की आईआईटी में ये निहायत जरूरी मास्क तैयार कर लिया गया है। ये मास्क बेहद साधारण और कम खर्च में बनकर तैयार हुआ है। इसके निर्माण पर खर्च 7 से 8 रूपये मात्र आ रहा है। शोध और निर्माण से जुड़े डॉ प्रदीप श्रीवास्तव ने मास्क निर्माण से जुड़े हुए तथ्यों को बताते हुए कहा की यह मास्क अगर सरकारी सहयोग से तैयार हो और व्यापक उपलब्धता सुनिश्चित की जाए तो ये आम वायु प्रदूषण से लगायत कोरोना जैसी महामारी से भी बचाव करने में सक्षम है।
मास्क के निर्माण में बायोकेमिकल डिपार्टमेंट के शोधछात्रो की टीम से दिवाकर सिंह, भीष्म नारायण सिंह, सत्यव्रत त्रिपाठी और आदित्य आनंद आदि शोधार्थी मुख्य रूप से मास्क निर्माण में शामिल रहे है। इस निर्माण कार्यक्रम को प्रो प्रदीप श्रीवास्तव ने निर्देशित किया है।