प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर दिल्ली के निजामुद्दीन तब्लीगी जमात में शामिल हुए थे। वहां से लौटने के बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय की दो परीक्षाओं में ड्यूटी भी की, लेकिन मरकज से लौटने वाली बात किसी को नहीं बताई।
उन्होंने काफी दिन तक यह बात छिपाए रखी। मामला सामने आने पर प्रोफेसर व उनके परिवार को पुलिस करेली के महबूबा गेस्ट हाउस में क्वारंटाइटन कर दिया गया है।
माना जा रहा है कि मरकज से लौटने की जानकारी छिपाने पर पुलिस ने उनके खिलाफ महामारी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। वहीं इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रजिस्टार डॉ एनके शुक्ला ने बताया कि ऐसी हरकत करने वाले राजनीति शास्त्र विभाग के इस प्रोफेसर के खिलाफ इलाहाबाद विश्वविदयालय प्रशासन कार्रवाई कर सकता है। (फोटो-गूगल)