आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी: अगर किसी की मोबाइल या बाइक चोरी हो जाए या फिर आन लाइन शापिंग के जरिए जालसाज एकाउंट खंगाल ले, पर अगर यह उम्मीद लगाई जाए कि पुलिस मदद करेगी तो यह आपकी भूल है। इस तरह के प्रकरण पुलिस भरसक कोशिश करके टाल देती है। जी हाँ ऐसा ही मामला लंका थाने का है जहां इन सब मामलो मे जल्दी मुकदमा नहीं लिखा जाता।
दरअसल सिगरा के रहने वाले व्यवसायी अतुल पिपलानी की लंका पर दुकान है 22 अगस्त को एक युवक ग्राहक बनकर आया और शैंपू मांगा अतुल जैसे ही शैंपू निकालने गए तभी काउंटर पर रखा कीमती मोबाइल युवक लेकर चंपत हो गया। चोरी की ये वारदात दुकान मे लगे सीसीटीवी मे कैद हो गई।
मोबाइल चोरी की जानकारी होने के बाद अतुल लंका थाने पहुंचे और मोबाइल चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने की बात कही। लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। साफ-साफ कहा कि अगर आप मोबाइल गिर जाने की बात लिखकर दें दे तो काम हो जाएगा। लाचार अतुल पुलिस की बात मान गए और अपना मोबाइल चोरी होने के बाद भी उसकी गुमशुदगी की लिखित तहरीर दी जिसपर लंका पुलिस ने मोहर मारकर उन्हे चलता किया।