कोपेनहेगनः कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी दुनिया पिछले 2 साल से जूझ रही है. जब लगता है कि वायरस खत्म होने वाला है, तब वायरस का नया वेरिएंट सामने का जाता है. हालांकि, कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन अधिक तबाही नहीं मचा पाया, लेकिन इसके सब वेरिएंट BA.2 को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. डेनमार्क में हुए एक स्टडी में पता चला है कि BA.2 ओमिक्रॉन की तुलना में अधिक संक्रमणीय है.
33 प्रतिशत तेजी से फैलता है BA.2
यह स्टडी कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी और डेनिश स्वास्थ्य मंत्रालय से संबद्ध वैज्ञानिकों की नेतृत्व वाली टीम ने अन्य संस्थानों के साथ मिलकर किया था. स्टडी में पता चला है कि ओमिक्रॉन के नया सब वेरिएंट BA.1 की तुलना में 33 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है. डेनमार्क में BA.2 से संक्रमित लोगों द्वारा यह नया वेरिएंट तेजी से दूसरों में फैला था. हालांकि, अभी स्टडी को समीक्षा के लिए पेश नहीं किया गया है.
वैक्सीनेशन के प्रभाव को भी कर देता है कम
शोधकर्ताओं ने कहा कि स्टडी से यह निष्कर्ष निकला है कि ओमिक्रॉन BA.2 स्वाभाविक रूप से BA.1 की तुलना में काफी अधिक संक्रमणीय है. इसमें रोग-प्रतिरोधक विरोधी गुण भी हैं, जो संक्रमण के खिलाफ वैक्सीनेशन के प्रभाव को कम कर देते हैं. BA.2 पर वैक्सीन का अधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा. यहां तक कि यह नया सब वेरिएंट वैक्सीन की बूस्टर डोज ले चुके लोगों को भी संक्रमित कर सकता है.
वैक्सीन लड़ने में मददगार
हालांकि, स्टडी में यह भी कहा गया है कि कोरोना वायरस से लड़ने में वैक्सीन ने अहम भूमिका निभाई है. नया सब वेरिएंट बिना वैक्सीनेशन किए हुए लोगों की तुलना में पूरी तरह वैक्सीन और बूस्टर डोज लिए लोगों को कम संक्रमित करता है. बता दें कि डेनमार्क के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, स्वीडन और नॉर्वे में भी BA.2 मामले पाए गए हैं.
अमेरिका में सामने आ चुके 194 मामले
कोविड वेरिएंट के वैश्विक डेटाबेस के अनुसार, अमेरिका में आधे से अधिक राज्यों में BA.2 सब वेरिएंट का पता चला है. इन राज्यों में अब तक कुल 194 मामले सामने आ चुके हैं. अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम सेंटर ने एक बयान में कहा था कि BA.2 वर्तमान में अमेरिका में बहुत निचले स्तर पर चल रहा है, लेकिन डेनमार्क में BA.2 का मूल वायरस से संक्रमित लोगों में करीब 82 प्रतिशत हिस्सा है.