आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी।बीएचयू में बवाल–बखेड़ा थमने का नाम नही ले रहा। परिसर में देखा जाए तो पिछले कुछ वर्षो से बवाल और आंदोलनों की आग लगी है। एक ओर छात्र-छात्रा अपनी मांगो को लेकर आंदोलित हो रहे है तो दूसरी तरफ चीफ प्रॉक्टर रायना सिंह का व्यवहार सांमजस्य स्थापित करने की बजाय आग मे घी का काम कर रहा है।
जानें मामल
दरअसल बीएचयू के नर्सिंग छात्र-छात्राओं का भविष्य अब संकट में है। कारण है कि बीएचयू प्रशासन ने अभी तक नर्सिंग कालेज का रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया है। इससे सत्र 2015, 2016 व 2017 के छात्र-छात्राओं की डिग्री ही मान्य नहीं हो रही है। इस समस्या को पहले भी वे कई बार अधिकारियों से बयां कर चुके हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
इसके बाद मजबूर होकर विरोध में छात्र-छात्राओं ने नर्सिंग कॉलेज के सामने रास्ता जाम कर धरना-प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि सूचना पाकर मौके पर सुरक्षा गार्डों संग पहुंची चीफ प्रॉक्टर रायना सिंह ने छात्राओं को थप्पड़ मारा, घसीटा और सुरक्षा गार्डों ने बदसलूकी की। इसके बाद छात्र-छात्राओं में रायना के खिलाफ रोष फैल गया। सोशल मीडिया मे इस मामले का कई वीडियो भी वायरल हो रहा हैं।