सीतामढ़ी सीजेएम कोर्ट में पेशी के दौरान कुख्यात गैंगस्टर संतोष झा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बदमाशो द्वारा करीब 20 राउंड फायरिंग किए जाने के दौरान सीजेएम कोर्ट का एक चपरासी भी घायल हो गया। इस दौरान दो बदमाश भागने में सफल रहे। जबकि, एक बदमाश आर्म्स के साथ पकड़ा गया है।
बताया गया है कि सीजेएम कोर्ट में मंगलवार को पेशी के लिए भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संतोष झा को सीतामढ़ी जेल से ही लाया गया था। पेशी के बाद पुलिस उसको लेकर जा रही थी तो पूर्व से घात लगाए बदमाशो ने संतोष झा पर दनादन फायरिंग शुरू कर दी।
गोली उसको सिर में लगी, और वह कोर्ट परिसर में ही गिर गया। उसको इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। गोली चलने से सीजेएम कोर्ट में अफरातफरी मच गई।
फायरिंग की सूचना मिलने पर एसपी के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस कोर्ट परिसर में पहुंचकर घेराबंदी कर ली। कुख्यात संतोष झा पर पूर्व से ही कई मामले दर्ज हैं। मालूम हो कि वह शिवहर जिले के पुरनहिया थाने के दोस्तियां गांव का रहनेवाला था। वर्ष 2001 उसने मुखिया पर हमले के बाद चर्चा में आया था।
कई संगीन वारदातों को दिया था अंजाम
संतोष झा जेल में बंद था और उसके ऊपर कई संगीन वारदातों को अंजाम देने का आरोप था। संतोष झा जेल में बंद था लेकिन वह जेल के अंदर से ही अपना गैंग चलाता था। दरभंगा में हुए दो इंजीनियरों की हत्या में इसी के गैंग का हाथ था और इस मामले में कई लोगों को सजा सुनाई गई थी।
संतोष झा वही अपराधी था, जिसे पिछले साल पुलिस ने कोलकाता के एक फ्लैट से गिरफ्तार किया था। बिहार में लगभग तीन दर्जन से ज्यादा मामलों का आरोपी संतोष झा अभी जेल में बंद था।शिवहर जिले के रहने वाला संतोष झा 10 साल से अपराध की दुनिया में सक्रिय था। वो पहले नक्सली था बाद में धीरे-धीरे उसने अपने गिरोह का विस्तार किया और गैंगस्टर बन गया था।