बीजेपी नेता  हत्याकांड: डीजीपी ने बताया क्यों हुई हत्या

अमेठी के बरौलिया के पूर्व ग्राम प्रधान व बीजेपी नेता सुरेंद्र प्रताप सिंह की हत्या प्रधान पद के चुनाव को लेकर शुरू हुई रंजिश का परिणाम थी। पुलिस ने नामजद आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार कर उनके पास से देसी पिस्टल बरामद कर ली है।

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी. सिंह ने कहा कि सबूत बताते हैं कि पीड़ित की स्थानीय दुश्मनी थी। एक आरोपी पंचायत चुनाव लड़ना चाहता था, लेकिन सिंह चुनाव लड़ने के इच्छुक एक अन्य व्यक्ति का समर्थन कर रहे थे। इसी मामले को लेकर घटना को अंजाम दिया गया।

बताया जाता है कि पूर्व प्रधान की हत्या के बाद उनके बड़े भाई नरेंद्र सिंह की तहरीर पर पुलिस ने गांव के बीडीसी रामचंद्र पासी, धर्मनाथ गुप्ता, नसीम, वसीम और फुरसतगंज थाने के गांव पीढ़ी निवासी अतुल सिंह उर्फ गोलू के खिलाफ साजिश रचकर हत्या करने का केस दर्ज किया था।

पूर्व प्रधान के स्मृति का करीबी होने के नाते शासन-प्रशासन के बढ़ते दखल के बीच घटना के खुलासे के लिए गठित टीमों ने रविवार रात नामजद आरोपियों में शामिल रामचंद्र पासी, धर्मनाथ गुप्ता व नसीम को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार कर लिया और पुलिस शेष दो अभियुक्तों की तलाश कर रही है।

रविवार को घर के बाहर सो रहे सुरेंद्र सिंह की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद स्मृति ईरानी ने अमेठी पहुंच कर मृतक के परिजनों से मुलाकात की और उन्होंने सिंह की अर्थी को कंधा भी दिया था

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