नागपुर में हो रहे संघ कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब के संबोधन से ठीक पहले कांग्रेस ने ट्वीट कर RSS की कमियां गिनाई. कांग्रेस ने ट्वीट किया कि, सभी भारतीयों के लिए यह जानना जरूरी है कि आरएसएस ने ऐतिहासिक रूप से क्या खड़ा किया. भारत के लोगों को कभी नहीं भूलना चाहिए कि RSS की विचारधारा भारत के विचारधारा से उलट है.
It is imperative for all Indians to know what the RSS has historically stood for and to understand what it thinks today. People of India should never forget how antithetical their ideologies are to the idea of India.https://t.co/j3DoUsaftu
— Congress (@INCIndia) June 7, 2018
1. आरएसएस कभी अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा नहीं रहा.
3. आरएसएस ने गांधी जी के नमक आंदोलन से भी किनारा किया था.
4. आरएसएस हमेशा अंग्रेजों के अधीन रहा.
5. संघ के द्वितीय सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर ने भी उन आरएसएस के सदस्यों की आलोचना की थी जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी.
6. RSS ने कभी भी तिरंगे का सम्मान नहीं किया.
7. आरएसएस और नाथुरम गोडसे (महात्मा गांधी के हत्यारे) के बीच घनिष्ठ संबंध थे.
8. गांधी जी की हत्या के बाद, आरएसएस के सदस्यों ने मिठाई वितरित की थी.
9. ये भूलने वाला नहीं कि विनायक दामोदर सावरकर ने जेल में रहते हुए ब्रिटिश सरकार से कई बार माफी मांगी थी.
10. भारतीय संविधान के लिए आरएसएस ने कभी भी ज्यादा सम्मान नहीं दिखाया, लेकिन वे मनुस्मृति का पक्ष लेते दिखाए देते हैं.