- वायरस से लोगों के बचाव को लेकर मां गंगा से की जाएगी प्रार्थना
- प्रतीकात्मक तरीके से एक वैदिक ब्राह्मण द्वारा की जाएगी गंगा आरती
- सार्वजनिक भागीदारी पर लगाया गया प्रतिबंध
वाराणसी। कोरोना वायरस से बचाव के लिए दशाश्वमेध घाट पर होने वाली मां गंगा की परंपरागत दैनिक आरती में अब पहले जैसी श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं होगी। प्रतीकात्मक तरीके से एक वैदिक ब्राह्मण द्वारा मां गंगा की आरती कराई जाएगी।
गंगा आरती कराने वाली संस्था गंगोत्री सेवा समिति ने कोरोना वायरस से बचाव को लेकर यह फैसला लिया है। दूसरी तरफ, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि गंगा आरती की परंपरा निरंतर रूप चलेगी, लेकिन इसमें श्रद्धालुओं के आने पर रोक लगा दी गई है। आरती सूक्ष्म रूप की से जाएगी। इसमें सार्वजनिक भागीदारी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
गंगोत्री सेवा समिति के सचिव दिनेश शंकर दुबे की ओर से जानकारी दी गई कि आरती प्रतीकात्मक तरीके से एक वैदिक ब्राह्मण द्वारा की जाएगी। कोरोना वायरस से लोगों के बचाव को लेकर मां गंगा से प्रार्थना की जाएगी। कहा, समिति महामारी से बचाव के लिए चलाए जा रहे इस मुहिम में जिला प्रशासन के साथ है।
घाट पर एलाउंसमेंट करके समय-समय पर लोगों को वायरस से बचाव के लिए जागरूक किया जाएगा। एलाउंसमेंट कर लोगों पर जानकारी दी जाएगी की किस तरह से अपना बचाव करें। गंगोत्री सेवा समिति की ओर से केदार घाट पर होने वाली दैनिक गंगा आरती भी परंपरागत तरीके से एक वैदिक ब्राह्मण द्वारा कराई जाएगी। (फोटो- गूगल)