कप्तान सुनील छेत्री के शानदार खेल के दम पर भारतीय फुटबॉल टीम ने हीरो इंटरकॉन्टिनेंटल कप के फाइनल मुकाबले में केन्या को 2-0 से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया है.
छेत्री ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाया. उन्होंने कुल आठ गोल किए और भारत को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका अदा की.
भारतीय टीम के डिफेंस ने भी चार देशों की इस प्रतियोगिता में दमदार प्रदर्शन किया और चार मैचों में केवल एक गोल खाया. फाइनल मुकाबले में दो गोल दागने के साथ ही सुनील छेत्री ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में अपने देश के लिए सर्वाधिक गोल करने के मामले में अर्जेटीना के महान खिलाड़ी लियोनेल मेसी की भी बराबरी कर ली है. मेसी और छेत्री ने अपने देश के लिए 64 गोल किए हैं. फुटबॉल खेल रहे खिलाड़ियों में इन दोनों से आगे रोनाल्डो हैं.
ऐसा रहा मैच
भारत को पहला बड़ा मौका सातवें मिनट में मिला जब केन्या के बर्नार्ड ओगिंगा के फाउल के कारण मेजबान टीम को फ्री किक मिली. अनिरुद्ध थापा की फ्री किक सीधे कप्तान सुनील छेत्री के पास पहुंची जिन्होंने इसे गोल में पहुंचाकर भारत को आठवें मिनट में 1-0 से आगे कर दिया.
भारत ने दो मिनट बाद एक और अच्छा मूव बनाया लेकिन इस बार छेत्री को अन्य खिलाड़ियों से सहयोग नहीं मिला. ओगिंगा और ओवेला ओचींग ने कीनिया के लिए अच्छा मौका बनाया लेकिन भारतीय डिफेंडरों ने उनके हमले को नाकाम कर दिया. छेत्री ने आठवें मिनट में भारत को बढ़त दिलाई और फिर 29वें मिनट में एक और गोल दागकर मेस्सी की बराबरी कर ली.
भारतीय कप्तान ने अनस एडाथोडिका के लंबे पास को अपने कब्जे में लिया और फिर केन्या के अतुडो और किबवागे को पछाड़ते हुए आगे बढ़े. छेत्री ने इसके बाद अपने दमदार शाट से गोलकीपर पैट्रिक मतासी को छकाते हुए गोल दागा. छेत्री का मौजूद टूर्नामेंट के चार मैचों में यह आठवां गोल था.