दिल्ली-एनसीआर। दिल्ली सरकार के तमाम दावों के बाद भी ईडब्ल्यूएस वर्ग के मरीजों के प्रति अस्पतालों का रवैया ठीक नहीं दिख रहा है। बुधवार को ईडब्ल्यूएस वर्ग के एक मरीज को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में समय पर उपचार नहीं मिला। बाद में उसकी मौत हो गई।
परिजनों का आरोप है कि ईडब्ल्यूएस वर्ग का बताने पर उन्हें अस्पताल ने बिस्तर खाली न होने की बात कह दी थी। मरीज चार घंटे तक एंबुलेंस में तड़पती रही। पुलिस के आने पर उसे भर्ती किया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। घटना के बाद परिजन देर रात अपोलो अस्पताल में धरने पर बैठ गए थे।
आरोप है कि समय पर इलाज मिल जाता तो नसीमा की जान बच सकती थी। परिजनों ने अस्पताल में हंगामा करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बुलाने की मांग की। पुलिस ने परिजनों को समझाया। परिजनों ने पुलिस को अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ लिखित शिकायत दी है।ओखला के जामिया नगर स्थित शाहीन बाग निवासी तारीख ने बताया कि उसकी पत्नी 26 वर्षीय नसीमा कुछ दिन से बीमार थी।