उत्तर कोरिया के तानाशाह नेता किम जोंग उन ने अपने एक बड़े सैन्य अफसर को सरेआम 90 गोलियों से छलनी करवा मौत के घाट उतार दिया. बताया जा रहा है कि लेफ्टिनेंट जनरल ह्योंग जू-सोंग पर जवानों को तय सीमा से ज्यादा खाना और ईंधन बांटने के आरोप लगे थे, पिछले दिनों उन्हें अधिकारों का गलत इस्तेमाल करने और देशद्रोह का दोषी ठहराया गया था. किम ने इसका जिम्मा 9 लोगों को सौंपा, जिन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी.
द सन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, सैन्य अफसर लेफ्टिनेंट जनरल ह्योंग जू-सोंग को राजधानी प्योंगयोंग स्थित मिलिट्री एकेडमी में सजा-ए-मौत दी गई. ह्योंग ने 10 अप्रैल को एक सैटेलाइट लॉन्चिंग स्टेशन का निरीक्षण किया था.
उन्होंने कहा था कि अब परमाणु हथियार और रॉकेट बनाने के लिए हम और भूखे नहीं रह सकते हैं. तब सेना के इस अधिकारी ने जवानों के परिवारों के लिए ज्यादा चावल और ईंधन बांटने के निर्देश दिए थे. इसके बाद तानाशाह को ह्योंग की यह बात नागवार गुजरी, किम के आदेश पर अफसर को सजा दी गई. इससे पहले भी किम बैठक में झपकी लेने पर अपने रक्षा प्रमुख ह्योंग योंग को मरवा चुका है.
किम पहले भी देता रहा है सनक भरे आदेश
किम ने साल 2013 में अपने रिश्तेदार जेंग सेंग को 120 शिकारी कुत्तों के सामने डलवा दिया था. किम को लगने लगा था कि सेंग का कद बड़ा होने लगा है. एक बैठक में रक्षा प्रमुख ह्योंग योंग ने झपकी ली तो उसे एंटी-एयरक्राफ्ट गन के सामने खड़ा कर मारने की सजा सुनाई. जब पिता किम जोंग इल की मौत हुई थी तो किम ने हुक्म सुनाया कि जनाजा निकले तो सब रोएं. जो नहीं रोया, उसे मौत की सजा दी गई.