Varanasi में चिकित्सीय और स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार हो रहा है। इसके लिए शासन की ओर प्रत्येक स्तर पर निरीक्षण भी किया जा रहा है ताकि खामियों को दूर कर समुदाय को बेहतर चिकित्सीय एवं स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें। इसी क्रम में मंगलवार को केंद्र सरकार की टीम ने नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैन्डर्ड (एनक्वास) के तहत कबीरचौरा स्थित श्री शिवप्रसाद गुप्ता (एसएसपीजी) मंडलीय चिकित्सालय का दो दिवसीय निरीक्षण व मूल्यांकन कार्य का समापन किया।
केंद्रीय टीम में सिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्मा एवं वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. रीता कालरा शामिल रहीं। टीम ने एसएसपीजी चिकित्सालय के सभी आठों विभागों के साथ बायोमेडिकल कचरा प्रबंधन, साफ-सफाई, खानपान की व्यवस्था और अन्य सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया। दो दिवसीय निरीक्षण में टीम ने अंतः रोगी विभाग, पैथोलॉजी विभाग, ब्लड बैंक, रेडियोलॉजी विभाग, ऑपरेशन थियेटर, आपातकालीन विभाग, जनरल एडमिनिस्ट्रेशन एवं अतिरिक्त सेवा विभाग में जाकर गहनता से मूल्यांकन किया। इस दौरान उन्होने सभी विभागों के स्टाफ से भी जानकारी हासिल की। इसके साथ ही दस्तावेजों व अभिलेखों का भी निरीक्षण किया। ऑपरेशन थियेटर एवं आपातकालीन विभाग में मौजूद चिकित्सीय संसाधनों की गहनता से जांच की। सम्पूर्ण निरीक्षण के दौरान टीम ने अपनी संतुष्टि जाहिर की और भविष्य में भी इसी तरह की सुविधाएं प्रदान काराने की उम्मीद जताई। निरीक्षण के समय चिकित्सालय का सम्पूर्ण स्टाफ ड्रेस कोड में मौजूद रहा और निर्देशित प्रोटोकॉल का भी पालन किया गया।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में इस सफलतापूर्वक निरीक्षण के लिए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वाराणसी मण्डल के अपर निदेशक (एडी) डॉ. शशिकांत उपाध्याय, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक (एसआईसी) डॉ. प्रसन्न कुमार और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने चिकित्सालय के समस्त स्टाफ को बधाई दी। इसके साथ ही उन्होने केंद्र सरकार की टीम के प्रति भी धन्यवाद ज्ञापित किया।
एनक्वास के तहत दो बार मूल्यांकन
निरीक्षण के दौरान मंडलीय सलाहकार डॉ. आरपी सोलंकी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। डॉ. सोलंकी ने बताया कि बड़ागांव पीएचसी को एनक्वास सर्टिफिकेट मिलने के बाद एसएसपीजी चिकित्सालय ने भी एनक्वास के लिए आवेदन किया था। इस दो दिवसीय निरीक्षण से पहले चिकित्सालय का पहला जिला स्तर (अंतर्भागीय) और दूसरा राज्य (यूपी) स्तर पर मूल्यांकन किया जा चुका है। इसमें चिकित्सालय को क्रमशः 74 फीसद व 79 फीसद अंक प्राप्त हुये हैं। एनक्वास के तहत केंद्र की ओर से यह आखिरी निरीक्षण था। एनक्वास अवार्ड के साथ चिकित्सालय को धनराशि भी प्रदान की जाती है ताकि खामियों को दूर कर सुविधाओं को और बढ़ाया जा सके। उन्होने कहा कि आगामी एक से दो माह के भीतर दो दिवसीय निरीक्षण का परिणाम आ जाएगा।
तीन बार मिला है कायाकल्प पुरस्कार
डॉ. सोलंकी ने बताया कि एसएसपीजी चिकित्सालय को तीन बार कायाकल्प पुरस्कार मिल चुका है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि एनक्वास सर्टिफिकेट मिलने के बाद चिकित्सालय में सुविधाओं का और अधिक विस्तारित किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि जल्द ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय पाण्डेयपुर व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) चोलापुर भी एनक्वास के लिए आवेदन करेंगे।
प्रमुख जांच और अन्य सुविधाएं
रेडियोलॉजी की।
इलेक्ट्रॉनिक व मैनुअल सुविधा।
पैथोलॉजी जांच।
24 घंटे ब्लड बैंक की सुविधा।
एक्सरे जांच।
24 घंटे आपातकालीन सुविधाएं।
आईसीटीसी।
प्लास्टर कक्ष।
फिजियोथेरेपी।
ऑपरेशन थियेटर।
ईसीजी।
ईएनटी।
ट्रूनाट व आरटीपीसीआर लैब।
डायलिसिस सेवा।
आयुष विंग।
एनसीडी क्लीनिक।
एआरवी क्लीनिक।
डेंगू/H1N1 के लिए आइसोलेशन वार्ड।
टीबी जांच।
तम्बाकू नियंत्रण परामर्श।
किशोर-किशोर स्वास्थ्य क्लीनिक।
वृद्धजन व मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं।
दंत व आंख जांच एवं उपचार।
त्वचा व आर्थो सर्जरी।
जनरल सर्जरी व एनैस्थिसियोलॉजी।
औषधीय।