आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी: बीएचयू प्रशासन के एक निर्णय से आईआईटी बीएचयू के कर्मचारियों में गुस्सा है। आरोप है कि बीएचयू प्रशासन ने आईआईटी कर्मचारियों के कोटे पर रोक लगा दी है। इसी से आक्रोशित होकर कर्मचारी शुक्रवार को निदेशक कार्यालय का घेराव कर धरन देने बैठ गए।
दरअसल बीएचयू में स्नातक और स्नातकोत्तर कक्षाओं में दाखिला लेने के लिए कर्मचारी कोटा (आईआईटी) के अभ्यर्थियों को अब प्रवेश परीक्षा में क्वालिफाइंग मार्क्स पाना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके लिए न्यूनतम अंक निर्धारित किए गए हैं और कम अंक पाने वालों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। अब तक लागू व्यवस्था के तहत प्रवेश परीक्षा में इस कोटे के अभ्यर्थियों को लाभ मिल रहा था।
इसी बात पर आक्रोशित होकर आईआईटी कर्मचारियों ने निदेशक कार्यालय का घेराव कर दिया और धरना पर बैठ गए। कर्मचारियों की मांग थी की पुरानी व्यवस्था फिर से बहाल की जाए। हालांकि आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रो पीके जैन के आश्वासन पर कर्मचारियों ने अपना धरना समाप्त कर दिया ।