आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी में हत्याओं का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। सदर तहसील में सोमवार की सुबह फार्च्यूनर की ड्राइविंग सीट पर बैठे ठेकेदार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावरों ने ठेकेदार को सात गोलियां मारी। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। सनसनीखेज वारदात की सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया। स्थानीय पुलिस के साथ ही आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस हत्या के कारणों की पड़ताल में जुटी है।
मिली जानकारी के अनुसार सारानाथ के लोहिया नगर के रहने वाले ठेकेदार नितेश सिंह उर्फ बबलू किसी काम से सदर तहसील गया था। जहां वह अपनी फार्च्यूनर कार की ड्राइविंग सीट पर बैठा था। तभी अचानक से बाइक सवार बदमाशों ने उसपर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। नितेश को कुल सात गोलियां लगी हैं और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद हमलावर भाग निकले। बताया जा रहा कि नितेश को अपनी लाइसेंसी पिस्टल निकालने का मौका तक नहीं मिला।
मृतक चंदौली जिले का रहने वाला था–
नितेश सिंह चंदौली जिले के धानापुर थाना क्षेत्र के ओदरा का मूल निवासी था। नितेश के पिता वन विभाग में रेंजर से सेवानिवृत्त हैं। बबलू वन विभाग में ठेकेदारी भी करता था। गाजीपुर-वाराणसी रूट पर सहेली नाम से 8 बस चलती है। इसके साथ ही कुछ बस बनारस-मध्य प्रदेश रोड पर चलती हैं। नितेश कई कार्यालय में कैंटीन भी चलवाता था।