यूपी के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी हत्याकांड में कुख्यात बदमाश सुनील राठी का नाम सामने आ रहा है। सुनील राठी को हाल ही में रुड़की जेल से बागपत शिफ्ट किया गया था। उसने रुड़की में अपनी जान का खतरा बताया था।
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में आतंक का पर्याय बना सुनील राठी पिता की हत्या के बाद अपराधी बना। करीब 11 साल पहले पिता नरेश राठी की बिजरौल भट्ठे के पास हत्या कर दी गई थी। रंजिश में हुई पिता की हत्या के बाद सुनील अपराधी बन गया और विरोधियों का सफाया किया। इसके बाद सुनील का खौफ कायम हो गया।
सुनील ही नहीं उसका पूरा परिवार अपराध जगत में सक्रिय है। मां राजबाला देवी पूर्व चेयरपर्सन टीकरी रही है और बसपा से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं। वर्तमान में राजबाला देवी रुड़की जेल में ही बंद हैं। रुड़की जेल के बाहर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने के बाद सुर्खियों में आए सुनील राठी ने रुड़की जेल के बाहर भी कुछ इसी तरह की वारदात को अंजाम दिलाई थी।
पिछले साल सुनील राठी का नाम तब और अधिक सुर्खियों में आया था, जब उसने रुड़की शहर के एक प्रतिष्ठित डॉक्टर एनडी अरोड़ा से पचास लाख की रंगदारी मांगी थी। बागपत जेल में बंद रहते हुए उसे डॉक्टर से अपनी मां तक इन पैसों को पहुंचाने के लिए कहा था. इसके बाद रुड़की पुलिस सुनील राठी को रिमांड पर लेकर आई थी। कोर्ट के आदेश पर उसे रुड़की में रखा गया था।
इस मामले में बागपत के टिकरी कस्बे से नगर पंचायत की पूर्व चेयरमैन और सुनील राठी की मां राजबाला को गिरफ्तार किया गया था। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने नारसन में एक व्यक्ति के ऑफिस के पीछे छुपाए गए 32 बोर के पिस्टल और चार कारतूसों को बरामद किया था। पुलिस ने सुनील राठी के दो गुर्गों रजनीश और दीपक को भी गिरफ्तार किया था।
बताते चलें कि एक अन्य कुख्यात बदमाश चीनू पंडित से सुनील राठी की जानी दुश्मनी है। दोनों एक दूसरे पर जानलेवा हमले करवा चुके हैं। दोनों बदमाशो की गैंग के कई साथी भी मारे जा चुके हैं। चीनू पंडित रुड़की की जेल में बंद है। जेल में बंद होने के बावजूद दोनों अपना-अपना गैंग नेटवर्क चला रहे हैं। चीनू सुनील के वकील को मारने की कोशिश भी कर चुका है।