आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी: करीब 40 दिन बाद मदिरा (शराब) की दुकानें खोले जाने की छूट के बाद मदिरा प्रेमियों में काफी उत्साह नजर आ रहा है। लोग सुबह से ही शराब की दुकानों के बाहर इकट्ठा होना शुरू गए। दुकानों के बाहर काफी लम्बी लाइनें लग गई।
इस दौरान कहीं-कहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा था तो कई जगह पर शारीरिक दूरी की धज्जियां भी उड़ रही थी। लोग बड़ी मात्रा में शराब की बोतलें खरीद रहे हैं, माना जा रहा है कि यह सभी लोग स्टॉक करने की योजना में लगे हैं।
कुछ लोग इस छूट से नाराज भी दिखे-
हालांकि दुकानदारों ने भी दुकान खुलने से पहले पूरी तरह से चाक-चौबंद व्यवस्था कर रखी थी। लोकल पुलिस भी मौके पर मौजूद थी और हर तरह से सोशल डिस्टेंसिंग को चालू कराने की कोशिश की जा रही थी।
लेकिन राह चलते कुछ लोग इस छूट से नाराज भी दिखे। वो कह रहे थे कि, सरकार को कोरोना के इस समय दुकानों को नहीं खुलने देना चाहिए था, इससे न सिर्फ संक्रमण बढ़ेगा बल्कि लोगों के घरों में भी लड़ाईया झगड़े भी बढ़ेंगे
पांबदियों के साथ छूट देने की घोषणा की थी-
बता दें कि, वाराणसी रेड जोन में होने के बाद भी लोगों की परेशानियों को देखते हुए जिला प्रशासन ने सोमवार से कई पांबदियों से छूट देने की घोषणा की थी। पिछले पांच दिनों से जहां केवल दवा और दूध की ही दुकानें खुल रही थीं वहीं आवश्यक सामानों के साथ ही मोबाइल, सेनेटरी वेयर, हार्डवेयर, बिजली सामान, प्लंबिंग की दुकानें भी खोली जा सकेंगी।
बिल्डिंग मटेरियल, गाड़ी और वाहन मरम्मत, कंप्यूटर हार्डवेयर और मरम्मत, पेपर प्रिटिंग दुकानें, किताब-कापी और स्टेशनरी की दुकानों को सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक खोलने की इजाजत दे दी थी। इन दुकानों के साथ ही शराब की दुकानों को भी दो घंटा ज्यादा शाम सात बजे तक खोलने की इजाजत दे दी गई।