मीरजापुर: सोनभद्र में हुए नरसंहार के पीड़ितों से मिलने जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को शुक्रवार की दोपहर मिर्जापुर जिला प्रशासन ने हिरासत में ले लिया। इससे पूर्व वाराणसी ट्रामा सेंटर से प्रियंका का काफिला जैसे ही मिर्जापुर के रास्ते सोनभद्र रवाना हुआ वैसे ही नारायणपुर के पास उनको रोक दिया गया।
इसके बाद वह नरायणपुर पुलिस चौकी के सामने सड़क पर धरने पर बैठ गई हैं। इस दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। प्रियंका को हिरासत में लिए जाने की जानकारी होने के बाद पूर्वांचल में सियासी सरगर्मी भी बढ़ गई है। जबकि प्रियंका सोनभद्र जाने को लेकर डाक बंगले में भी अड़ी हुर्इ हैं।
राहुल गांधी ने किया ट्वीट –
प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी पर राहुल गांधी ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने कहा कि प्रियंका को गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तार कर परेशान किया जा रहा है। उभ्भा गांव में 10 लोगों को जमीन खाली कराने के लिए क्रूरता से गोलियां चलाकार मारे गए लोगों से मिलने जाने पर प्रियंका का रोका जाना, सरकार की मनमानी और इससे भाजपा सरकार में यूपी में बढ़ती असुरक्षा का खुलासा करती है।
क्या है मामला-
17 जुलाई को सोनभद्र के उभ्भा गांव में 112 बीघा खेत के लिए दस ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया गया था। लगभग चार करोड़ रुपए की कीमत की इस जमीन के लिए प्रधान और उसके पक्ष ने ग्रामीणों पर अंधाधुन फायरिंग कर दी थी। इस हादसे में 25 अन्य लोग घायल हो गए थे।
कैसे हुआ था मामला-
सोनभद्र उम्भा गांव में 112 बीघा खेत जोतने के लिए गांव का प्रधान यज्ञदत्त गुर्जर 32 ट्रैक्टर लेकर पहुंचा था। इन ट्रैक्टरों पर लगभग 60 से 70 लोग सवार थे। यह लोग अपने साथ लाठी-डंडा, भाला-बल्लम और राइफल और बंदूक लेकर आए थे। गांव में पहुंचते ही इन लोगों ने ट्रैक्टरों से खेत जोतना शुरू कर दिया। जब ग्रामीणों ने विरोध किया तो यज्ञदत्त और उनके लोगों ने ग्रामीणों पर लाठी-डंडा, भाला-बल्लम के साथ ही राइफल और बंदूक से भी गोलियां चलानी शुरू कर दी।