पटना: मुजफ्फरपुर के एक शेल्टर होम कांड मामले को लेकर सियासी भूचाल शांत भी नही हुआ था कि पटना के शेल्टर होम में दो युवतियों की मौत ने बिहार की सियासत में उबाल ला दिया है.
पुलिस मामले की जांच कर रही है और शेल्टर होम के संचालक चिरंतन कुमार और सेक्रेटरी मनीषा दयाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस शेल्टर होम को अनुमाया ह्यूमन रिसोर्स फाउंडेशन (एएचआरएफ) नाम का एनजीओ चलाता है. मनीषा दयाल खुद को इस एनजीओ की डायरेक्टर बताती थीं.
मनीषा का ग्लैमर और सियासी कनेक्शन
शुरुआती दौर से ही मनीषा का ग्लैमर से नजदीकी नाता रहा है. कई मॉडलिंग प्रतियोगिता करवाने में भी मनीषा का नाम सामने आया है. खेल प्रतियोगिताओं में भी मनीषा की दिलचस्पी थी. मनीषा दयाल का लंबा-चौड़ा सियासी और खाकी कनेक्शन भी है. एक नेता उसके दूर के संबंधी बताये जाते हैं. जबकि पुलिस महकमे में भी मनीषा की अच्छी पहुंच है.
बड़ी सिफारिश होने के कारण ही मनीषा के एनजीओ को आसरा गृह चलाने का काम मिला था. खबर यहां तक है कि आगे भी उसे कई बड़े काम मिलने वाले थे. बड़ी पैरवी का ही असर था कि चार लड़कियों के भागने की कोशिश करने के बावजूद मनीषा के एनजीओ के ऊपर एफआईआर दर्ज नहीं की गयी थी. जबकि उस रोज भी एनजीओ की लापरवाही सामने आयी थी.