राजस्थान में एक अजीबोगरी चौंकाने वाली घटना सामने आई है जिसे देखकर हर किसी के होश उड़ गए। कुछ दिनों पहले जिस शव को पिता समझकर बेटे ने दाह संस्कार किया, 10वें दिन वह पिता दूसरी जगह पर जीवित मिल गया। पुलिस ने उसे पकडकऱ परिजनों को सुपुर्द किया है।
जानकारी के अनुसार रविवार को विजयपुरा गांव के लोगों को एक मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति विजयपुरा नहर के पास बैठा हुआ दिखा। सूचना पर अयाना थाना पुलिस मौके पर पहुंचे और उसे अयाना थाने लेकर आए। पूछताछ की तो उसने अपना नाम नाथूलाल पुत्र छोटूलाल बैरवा निवासी गुमानपुरा थाना तालेड़ा का होना बताया।
इस पर बूंदी जिले के थाना तालेड़ा से संपर्क करने पर उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज मिली। इसपर तालेड़ा से हेड कांस्टेबल पवन व देशबंधु अन्य गुमशुदा के परिजनों को लेकर अयाना थाने पहुंचे। नाथूलाल को देखकर उसका पुत्र राजाराम अचंभित रह गया। पुत्र के पहचान करने के बाद से तालेड़ा थाने को सुपुर्द कर दिया। जहां से उसे पुत्र को सौंप दिया।
लावारिस शव का कर दिया था दाह संस्कार –
कुछ दिन पहले सदर थाना इलाके में सीतापुरा के पास क्षत-विक्षत शव मिला था। इसकी शिनाख्त राजाराम ने अपने पिता नाथूलाल के रूप में की थी। इसपर उसे शव को संभलाया तो उसने दाह संस्कार भी कर दिया था। इस दाह संस्कार में परिचित भी शरीक हुए। सभी ने उसे मरा हुआ मान लिया था। अब नाथूलाल के जिंदा मिलने की बात जिसने भी सुनी, सब आश्चर्य चकित रह गए। पुलिस उपाधीक्षक शंकरलाल मीणा ने बताया कि बरामद गुमानपुरा निवासी नाथूलाल बैरवा की पहचान कराकर पुत्र को सौंप दिया है।
पुलिस उलझन में, मृत व्यक्ति कौन था?
नाथूलाल बैरवा के जिन्दा मिलने पर पुत्र ने दाह संस्कार किए व्यक्ति को अपने पिता गलती से बताने की बात कह कर पुलिस को उलझन में डाल दिया है। पुलिस के सामने सवाल खड़ा हो गया है कि मृत व्यक्ति कौन था और कहा का रहने वाले था।