आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी: सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ अपराध और अपराधियों को यूपी छोड़ने की सलाह देते हैं लेकिन योगी की पुलिस अपराधियों को पकड़कर छोड़ देती है। मामला पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लंका थाने से जुड़ा हुआ है, जहां बीएचयू से पकड़े गए अपराधियो को छोड़ दिया जाता है।
बताया जाता है कि पूर्वांचल का एम्स कहे जाने वाले बीएचयू अस्पताल के एमएस डा० विजयनाथ मिश्रा लंका पुलिस से त्रस्त है उन्होने एक ट्वीट कर लंका पुलिस की साख पर सवाल खड़ा कर दिया है।
डा० मिश्रा ने यूपी पुलिस को ट्वीट करते हुए लिखा है कि “सर सुंदर लाल चिकित्सालय में रोज़, अनैतिक लोग पकड़े जाते हैं। लेकिन वे फिर आ जाते हैं। कारण है कि वाराणसी पुलिस इन शैतानो को, BHU सुरक्षा कर्मियों, द्वारा दिया जाने के बाद छोड़ दिया जाता है। यूपी पुलिस से अनुरोध, कि ऐसे अपराधियों को, सख़्त सज़ा दे।“
सर सुंदर लाल चिकित्सालय @directorimsbhu @VCofficeBHU में रोज़, अनैतिक लोग पकड़े जाते हैं। लेकिन वे फिर आ जाते हैं। कारण है कि @varanasipolice इन शैतानो को, BHU सुरक्षा कर्मियों, द्वारा दिया जाने के बाद। छोड़ दिया जाता है। @Uppolice से अनुरोध, कि ऐसे अपराधियों को, सख़्त सज़ा दे।
— Vijaya Nath Mishra (@DrVNMishraa) August 26, 2018
अपराध का खात्मा करने की जिम्मेदार लंका पुलिस पर अपराधियों को छोड़ने के आरोप से पुलिस की साख पर सवाल उठ रहे हैं। अब देखना है कि लंका पुलिस पर लगे आरोप पर विभाग के बड़े अधिकारी क्या कर्रवाई करते हैं ?