आशुतोष त्रिपाठी
वाराणासी। यूजीसी हमारी भी नहीं सुनती तो आप कौन सी कौड़ी हैं ? वीसी सर ने खुद बोला है कि आप हड़ताल कीजिए, बिना हड़ताल के यूजीसी आपकी नहीं सुनेगी। ये बातें सुनकर भले आपको अजीब लगे लेकिन मीडिया के सामने बीएचयू अस्पताल के जूनियर डॉक्टर रवि कुमार ने यही कहा।
बीएचयू वीसी प्रो राकेश भटनागर भले जूनियर डॉक्टरों संग वार्ता कर मामले को शीघ्र सुलझाने का दावा करते हो लेकिन इस सबके बावजूद यह कहने में तनिक भी गुरेज नहीं है कि परिसर में जूनियर डॉक्टरों की समस्याएं दूर कर शांत माहौल बनाने की जगह बीएचयू के वीसी खुद बीएचयू को अशांत करने वालो में शामिल नज़र आ रहे हैं।
हड़ताल चौथे दिन भी जारी
बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में रेजिडेंट्स की हड़ताल चौथे दिन भी जारी है। डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से दूर दराज से आए मरीजों को इलाज और जांच के लिए न केवल परेशान होना पड़ा बल्कि कईयों को तो बिना इलाज के ही लौटना पड़ा। सातवें वेतन आयोग की मांग को लेकर ही जूनियर डॉक्टरों ने यह फैसला लिया हैं।
हड़ताल की वजह से पूर्वांचल के विभिन्न जिलों, झारखंड, बिहार, मध्यप्रदेश आदि जगहों से आए मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। मरीज अपने परिजनों के साथ अस्पताल परिसर में इधर-उधर बैठे रहे। उधर, वार्डों में भर्ती मरीजों की भी देखभाल ना होने पर उनके तीमारदार परेशान हो रहे।(फाइल फोटो)