- योगी सरकार ने काशी के 1 लाख 2 हज़ार 882 वृद्धों को भेजी वृद्धावस्था पेंशन की पहली त्रैमासिक किस्त
- वित्तीय वर्ष 2024-25 का पहला त्रैमासिक क़िस्त 30 करोड़ 86 लाख 46 हजार की धनराशि बुजुर्गों के खातों में पहुंची
- बेसहारा वृद्धजनों की लाठी का सहारा बनकर उनकी जरूरतों को पूरा कर रही योगी सरकार
रत्नेश राय
वाराणसी। योगी सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन योजना के वित्तीय वर्ष 2024-25 का पहला त्रैमासिक क़िस्त बुजुर्गों के खाते में भेज दिया है। बेसहारा वृद्धजनों के लाठी का सहारा बनकर योगी सरकार उनकी जरूरतों को पूरा करने में सहयोग कर रही है। वृद्धों के भोजन से लेकर दवा तक सभी जरूरतों में वृद्धावस्था योजना उनका साथ निभा रही है, जिससे हमारे सीनियर सिटीजन का जीवन सरल और सुगम हो गया है। वाराणसी में 1 लाख 2 हज़ार 882 बुजुर्गों को इस योजना का लाभ मिल रहा है। इसके लिए सरकार 30 करोड़ 86 लाख 46 हजार (30,86,46,000) की धनराशि वृद्धा पेंशन के रूप में लाभार्थियों के प्रदान कर चुकी है।
रक्षाबंधन से पहले योगी सरकार ने काशी के वृद्धजनों का ध्यान रखते हुए पात्र बुजुर्गों को उनकी पेंशन की राशि सीधे उनके बैंक अकाउंट में पहुंचा दी है। जिला समाज कल्याण अधिकारी गिरीश चंद्र दूबे ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में इस योजना से 8,930 नए बुज़ुर्ग लाभार्थी जुड़े हैं, जबकि पहले से वृद्धावस्था पेंशन योजना का लाभ 1,02,801 लाभार्थी ले रहे हैं। सत्यापन के बाद मृत और अपात्रों की 2,638 संख्या हटा देने के बाद, वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 1,02,882 लाभार्थियों को वृद्धावस्था पेंशन योजना का लाभ मिल रहा है, जिसमें महिला 43,836 एवं पुरुष 59,046 को पेंशन प्राप्त हो रहा है। इसके लिए 30 करोड़ 86 लाख 46 हजार (30,86,46,000) की धनराशि सरकार पात्र वृद्ध लाभार्थियों के खाते में क्रेडिट कर चुकी है। जिला समाज कल्याण अधिकारी ने वृद्धों से अपील किया है कि जिन लोगों का अभी तक आधार प्रमाणीकरण व एनपीसीआई बैंक खाते से लिंक नहीं हुआ है। वे लोग शीघ्र कर लें। जिससे उन्हें पेंशन समय से मिलती रहे।
गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को सरकार प्रतिमाह 1000 रुपये वृद्धा पेंशन देती है। जो लाभार्थी के बैंक अकाउंट में हर तिमाही सीधे आता है। समाज कल्याण विभाग समय-समय पर वृद्धा -पेंशन के लाभार्थियों की सूची की जाँच करता है। अपात्र और मृतकों को लाभार्थियों की सूची से हटा कर नए पात्र लाभर्थियो को जोड़ता रहता है। (प्रतिकात्मक फोटो)