– काशीवासी जी-20 को अपने लिये यादगार बना सकते है
– 9 अप्रैल को वाराणसी में साइक्लोथॉन रैली का होगा आयोजन
– रैली पूरा करने वालो को जी-20 मेडल से किया जाएगा सम्मानित
– जी-20 समिट को लेकर जनसहभागिता बढ़ाने के लिए योगी सरकार कर रही कई प्रयास
रत्नेश राय
वाराणसी। काशीवासी जी-20 को अपने लिये यादगार बना सकते हैं। योगी सरकार काशीवासियों को जी-20 से जुड़ने का मौका दे रही है। वाराणसी में जी-20 की पहली बैठक 17 से 19 अप्रैल तक होनी है। जी-20 समिट के वाराणसी में होने वाले कार्यक्रमों के लिए लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए 9 अप्रैल को वाराणसी में साइक्लोथॉन रैली का आयोजन सर्किट हाउस से बेनियाबाग़ तक होने जा रहा है। साइक्लोथॉन रैली में साइकिल के साथ कोई भी शामिल हो सकता है। रैली पूरा करने वालों को वाराणसी साइक्लोथान 2023 व जी-20 मेडल से सम्मानित किया जाएगा।
मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने बताया कि 9 अप्रैल रविवार को सर्किट हाउस से बेनियाबाग तक 4 किलोमीटर का साइक्लोथॉन रैली का आयोजन किया गया है। जिसमें रेस पूरा करने वाले प्रतिभागियों को साइक्लोथॉन जी-20 का मेडल भी दिया जाएगा। रैली का मकसद है शहर को स्वच्छता के प्रति जागरूक और वायु प्रदूषण के खिलाफ प्रेरित करना है। उन्होंने बताया कि इसमें लोगों से मोटर वाहनों की जगह साइकिल का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने के लिए आह्वान किया जाएगा।
साइक्लोथॉन रैली के नोडल इंचार्ज जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि 9 अप्रैल को प्रातः 7:00 बजे सर्किट हाउस से साइक्लोथॉन रैली की शुरुआत होगी। रैली मकबूल आलम रोड, चौकाघाट, संस्कृत विश्वविद्यालय होते हुए बेनियाबाग पार्क में समाप्त होगी। बेनियाबाग पार्क में सभी साइकिल सवार जो इसको समाप्त करेंगे उनको एक मेडल दिया जाएगा और वहां उनका स्वागत और सम्मान किया जाएगा। जिला प्रशासन ने अपील किया है कि काशीवासी साइक्लोथॉन रैली में बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग करें।
बता दें कि विकास के मॉडल पर खरी उतर रही काशी में जी-20 समिट की 6 बैठकें होनी हैं। इसमें दुनिया के सभी प्रमुख देशों के मेहमान शामिल होंगे। इनकी मेहमनवाज़ी में व शहर को साफ सुथरा रखने में कोई कमी न रह जाए, इसकी जिम्मेदारी सरकार के साथ ही काशी में रहने वाले नागरिकों की भी है।
बता दें कि विकास के मॉडल पर खरी उतर रही काशी में जी-20 समिट की 6 बैठकें होनी हैं। इसमें दुनिया के सभी प्रमुख देशों के मेहमान शामिल होंगे। इनकी मेहमनवाज़ी में व शहर को साफ सुथरा रखने में कोई कमी न रह जाए, इसकी जिम्मेदारी सरकार के साथ ही काशी में रहने वाले नागरिकों की भी है।