असम सरकार बुनकरों को कोविड-19 के कारण आई चुनौतियों से उबारने में मदद देने के लिए उनकी बिक नहीं पाई पारंपरिक हथकरघा वस्तुओं की खरीद करेगी। एक आधिकारिक बयान में यह कहा गया।
इसमें कहा गया कि यह खरीद ‘स्वनिर्भर नारी’ योजना के तहत की जाएगी और पहले चरण में इसके दायरे में करीब 1.23 लाख बुनकर आएंगे।
यह निर्णय बुधवार को तब लिया गया जब राज्य मंत्रिमंडल ने बुनकरों के उत्पादों के निर्यात के लिए बाजार पहुंच और ऑनलाइन विपणन समर्थन देने के लिए हथकरघा नीति को मंजूरी दी।
बयान में कहा गया, ‘‘पहले चरण में, यार्न पासबुक धारक करीब 1.23 लाख बुनकर इस योजना के दायरे में आएंगे।’’
यार्न पासबुक एक ऐसा दस्तावेज है जिसके जरिए हथकरघा बुनकरों को कच्चे माल की आपूर्ति की जाती है।