कजाखस्तान, किर्गिस्तान और उज्बेकिस्तान में ब्लैकआउट

कजाखस्तान, उज्बेकिस्तान और किर्गिस्तान को व्यापक स्तर पर  मंगलवार को बिजली संकट का सामना करना पड़ा। पूर्व सोवियत संघ के इन तीनों गणराज्यों के ग्रिड आपस में जुड़े हुए हैं और कजाखस्तान के माध्यम से ये रूसी पावर ग्रिड से संपर्क रखते हैं। लेकिन कजाखस्तान की उत्तर-दक्षिण बिजली लाइन आपातकालीन असंतुलन के कारण कट गई और ब्लैकआउट से अफरा तफरी मच गई।

बता दें, कजाखस्तान की यह लाइन पड़ोसियों को रूसी नेटवर्क के प्रमुख बिजली घरों से जोड़ती है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि इस आउटेज का कारण क्या है। लेकिन इस संकट के चलते उज्बेक में ताशकंद हवाई अड्डे पर अस्थायी रूप से उड़ानें स्वीकार करना बंद कर दिया और ताशकंद में मेट्रो भी रोक दी गई। कजाखस्तान के सबसे बड़े शहर अल्माटी के 20 लाख निवासी बड़े संकट में पड़ गए।

तुर्किस्तान के दक्षिणी क्षेत्र स्थित श्यामकेंट शहर और जाम्बिल क्षेत्र के ताराज शहर में भी बड़ा नुकसान हुआ। ऊर्जा मंत्रालय ने बताया कि इस संकट से किर्गिस्तान और उज्बेकिस्तान को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। इन ग्रिडों के आपस में इसलिए जोड़ा गया है ताकि बिजली की अप्रत्याशित कमी को कवर किया जा सके। लेकिन मंगलवार को इसका दुष्परिणाम सभी को बिजली संकट के रूप में भुगतना पड़ा।

मेट्रो सुरंगों में फंसी रहीं, ट्रैफिक लाइटें बंद
ब्लैकआउट के चलते पूरे क्षेत्र मं कई घंटों तक अफरा-तफरी मची रही। कई मेट्रो ट्रेनें सुरंगों में फंसी रह गईं। कई जगह लिफ्टें रुक गईं और हवाई अड्डे बंद हो गए। अधिकांश इलाकों में हीटिंग और नल के पानी के पंप बेकार हो गए तथा ट्रैफिक लाइटें बंद हो गईं।