वाराणसी की 5 ड्रोन पायलट ने बिहार व 4 ने प्रयागराज से किया ड्रोन का प्रदर्शन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से वर्चुअली देखा डेमो
डबल इंजन की सरकार की नीतियां महिलाओं के जीवन में पंख लगा रही है
नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा गया
रत्नेश राय
वाराणसी। प्रधानमंत्री ने काशी की बेटियों की ऊंची उड़ान देखी। वाराणसी की 9 ड्रोन दीदी ने बिहार के मोतिहारी और प्रयागराज में इफको से ड्रोन का प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री ने दिल्ली से ‘अमृत काल में नारी शक्ति से संवरता विकसित भारत’ (सशक्त नारी–विकसित भारत )कार्यक्रम में इसे वर्चुअली देखा। इन महिलाओं को हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड और इफको ने प्रशिक्षण दिलाया है। महिला ड्रोन पायलट को रिमोट पायलट ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट मिल चुका है। प्रशिक्षित महिलाओं को 15 लाख की कीमत का ड्रोन और इलेक्ट्रिक ऑटो भी प्रदान किया गया। नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ा गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में जुटे हैं। डबल इंजन की सरकार की नीतियां महिलाओं के जीवन में पंख लगा रही है। गांव की पगडंडियों से निकल कर महिलाओं के हौसले आसमान में उड़ने लगे हैं। इसका नज़ारा बिहार के मोतिहारी व प्रयागराज में दिखाई दिया, जहां प्रधानमंत्री ने दिल्ली से वाराणसी की महिलाओं की उड़ान देखी। वाराणसी के मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने बताया कि वाराणसी की 9 महिलाओं को प्रशिक्षण के बाद रिमोट पायलट ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट मिल चुका है, जिससे वे कृषि कार्य के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर सकती है। ऐसी ही वाराणसी की 5 महिला ड्रोन पायलट ने बिहार के मोतिहारी और 4 महिला ड्रोन पायलट ने इफको प्रयागराज से ड्रोन उड़ाकर डेमो दिया है।
रिमोट पायलट ट्रैंनिंग का सर्टिफिकेट प्राप्त कर चुकीं ड्रोन पायलट महिलाएं ड्रोन से खेतों में कीटनाशक से लेकर नैनो यूरिया आदि तक का छिड़काव करेंगी, जिससे इन्हें आय भी होगी। सभी महिलाओं को हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड और इफको ने निःशुल्क ड्रोन उड़ने का प्रशिक्षण दिया है। महिलाओं को प्रोफेसर जयशंकर तेलंगाना राज्य कृषि विश्वविद्यालय की ड्रोन अकादमी में 10 दिन की ट्रेनिंग दिलाई गई थी। इसके बाद तीन दिनों की ड्रोन फ्लाई की एडवांस ट्रेनिंग भी इन महिलाओं को दी गई है।
ड्रोन महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव लाने के साथ ही पूर्वांचल के किसानो के जीवन में भी खुशहाली लाएगा। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि ड्रोन 10 मिनट में 10 लीटर रसायन का छिड़काव 1 एकड़ खेत में कर सकता है। इससे समय, श्रम और पैसों की बचत होगी। ड्रोन में पहले से ही खेतों की मैपिंग कर ली जाती है, जिससे पूरे एरिया के बारे में पता चल जाता है। ड्रोन में लगे सेंसर की कई खूबियां भी हैं।