प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिववार को यूपी के शाहजहांपुर पहुंचे जहां उन्होंने ‘किसान महारैली’ की। रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि देश के कोने- कोने को मोदी पर विश्वास है, लेकिन कुछ दलों को विश्वास नहीं है।
मोदी ने कहा, ‘हमने उनके अविश्वास का बार- बार कारण पूछा है, लेकिन वो कारण नहीं बता पाए और गले पड़ गए।’
पढ़ें, पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें:-
मोदी बोले, वक्त बदल चुका है। देश बदल चुका है। देश के नौजवान का मिजाजा बदल चुका है। देश की बेटियां भी जाग चुकी हैं। लोकतंत्र के हर तंत्र को धमकाने की उनकी आदत, फॉर्मूला अब आगे काम नहीं आने वाला है। साइकिल हो या हाथी किसी को भी अब बना साथी, लेकिन आपके स्वांग को देश जान चुका है।
हमारी सरकार न्यू इंडिया बनाने में जुटी हुई है, कई प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। कोई भी क्षेत्र हो दोगुनी गति से काम हो रहा है। शाहजहांपुर में भी इन योजनाओं से लाभ पहुंच रहा है। देश के 49 करोड़ परिवार को रौशन करने की हमारी योजना है।
पीएम मोदी ने कहा, आजकल एक दल नहीं दल के साथ दल, दल के साथ दल हो रहा है और अब दल के साथ दल हो तो दलदल हो जाता है और जितना ज्यादा दलदल होता है उतना ज्यादा कमल खिलता है। मेरा गुनाह यही है कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहा हूं।
परिवारवाद के खिलाफ पूरी ताकत से खड़ा हूं। चार वर्ष पहले भारत में 40 करोड़ लीटर से कम ऐथेनॉल पैदा होता था। हमारी सरकार के आने के बाद लिए गए फैसलों से इस साल के अंत तक 160 करोड़ लीटर तक ऐथेनॉल का उत्पादन पहुंचेगा।
पीएम मोदी ने कहा, हमनें देश के हर गांव हर घर तक बिजली पहुंचाने का काम किया है। 18000 गांवों तक जब बिजली पहुंची तो उन लोगों ने ये बोलना शुरू कर दिया कि गांव में बिजली गई, लेकिन घरों तक नहीं पहुंची है। ऐसे में हम उनसे पूछते हैं कि अगर घर तक बिजली नहीं पहुंची थी उसका जिम्मेदारी कौन है।
70 सालों तक उन लोगों ने राज किया, लेकिन बिजली गांव और घरों तक बिजली नहीं पहुंचा सके। हमनें संकल्प लिया है जिन लोगों ने यहां के लोगों को 18वीं सदी में जीने के लिए मजबूर कर दिया हम उसे बदल कर रख देंगे। हम जल्द ही सभी घरों तक बिजली पहुंचा कर रहेंगे।
मोदी बोले, पहले के एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि केंद्र से एक रुपया निकलता है तो गरीबों तक 15 पैसा पहुंचता है, हम पूछते हैं उस वक्त देश में सिर्फ उन्हीं की सरकार थी फिर भी कौन सा पंजा पैसा खा जाता था, लेकिन हमनें इसे तोड़ कर दिखा दिया। हमनें बिचौलियों और मुफ्तखोर लोगों का धंधा बंद करवा दिया ऐसे में वो हमें हटाना चाहते हैं।
पीएम ने कहा, किसान और गरीबों की सबसे बड़ी दुश्मन है बीमारी और बीमारी से बचने के लिए प्रधानमंत्री स्वास्थ्य योजना के तहत एक परिवार को एक वर्ष में 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज कराने का प्रबंध हम करने जा रहे हैं। देश की 8 करोड़ दलित वंचित महिलाओं को गैस का कनेक्शन मुफ्त में दिया गया।
गरीबों को उनकी अपनी छत देने का काम किया जा रहा है। जनधन, आधार और मोबाइल के जरिए लाखों करोड़ों रुपया अब सीधे लाभार्थियों तक पहुंचा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, हमारी सरकार इन बंद कारखानों को खोलने का फिर से काम कर रही है, साथ ही नीम से भी लोगों को कमाई हो रही है। नीम की फली का तेल निकाल कर यूरिया की नीम कोटिंग की जाती है। मैं परिवारवाद के खिलाफ ताकत से खड़ा हूं। मैंने अपने लिए कुछ नहीं किया क्या। लालबत्ती छीनना गुनाह है क्या।
पीएम मोदी ने कहा, यूरिया की नीम कोटिंग और फर्टिलाइजर में काम हुआ है। अब लोगों को इसके लिए परेशान नहीं होना पड़ता है। यूरिया की 100 फीसदी नीमकोटिंग कर दी गई, जिससे यूरिया अब सिर्फ खेतों के काम में ही उपयोग होती है। यूरिया की डिमांड पूरी करने के लिए विदेशों से यूरिया लाने की कवायद की गई। क्योंकि देश में जो भी कारखाने थे वो सरकार की उदासीनता की वजह से बंद हो गए।
मोदी बोले, अपूर्ण और असंवेदनशील सोच ने देश और देश के किसानों का बहुत बड़ा नकुसान किया। सिंचाई से जुड़ी परियोजना को दशकों तक पिछली सरकार ने लटकाये रखी। बाण सागर परियोजना भी 4 दशकों से लटकी हुई थी उसे हमनें पूरा किया।
प्रदेश में योगी जी सरकार बनने के बाद बीते एक साल के दौरान काम की गति में दोगुनी तेजी आ गई। देश के हर किसान के पसीने का, श्रम का सम्मान हो, यही केंद्र की सरकार, उत्तर प्रदेश की सरकार की प्राथमिकता है। यही कारण है कि देश के गन्ना किसान परिवारों के हित में हाल में अनेक फैसले लिए गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, अटल जी की सरकार ने ये योजना बनाई थी, लेकिन उसके बाद की सरकार ने इस पर कछुए की चाल में काम किया। हमारी सरकार ने इस पर काम किया, जिससे किसानों को फायदा मिले। धान, मक्का, दाल और तेल वाली 14 फसलों के सरकारी मूल्य में 200 रुपये से 1800 रुपये कि बढ़ोत्तरी देश के इतिहास में कभी नहीं हुई।
मोदी बोले, गन्ने की पैदावार जब ज्यादा होती है तो किसानों का पैसा फंस जाता है। ऐसे में हमारी सरकार ने फैसला लिया है कि गन्ने से एथनॉल बनाने का काम किया जाएगा, इससे गाड़ी चलेगी। इसके लिए गन्ने से इथेनॉल बनाने और उसे पेट्रोल में मिक्स करने का निर्णय लिया गया।
इस बार एथेनॉल का उत्पादन 4 गुना तक बढ़ेगा। एथनॉल बनाने में कोई नई तकनीक नहीं है। पिछली सरकार की नीयत ठीक नहीं थी। पिछली सरकार विदेशों से पेट्रोल लाती रही और यहां देश में किसान परेशान होते रहे।
पीएम ने कहा, चीनी के लिए एक न्यूनतम मूल्य तय किया गया, ताकि चीनी मिल वाले नुकसान का बहाना न बनाएं। चीनी निर्यात को भी खोला गया। हमनें किसानों के खाते में सीधे पैसा ट्रांसफर कराया। जो पूराना बकाया है वो लगातार कम हो रहा है।
आने वाले दिनों में बकाये की भुगतान गति और तेज होने वाली है। पिछली सरकार ने जो व्यवस्था बना रखी थी उसे तोड़ने का हम प्रयास कर रहे हैं। पुरानी सरकार ने जो बकाया छोड़ रखा था उसे हम पूरा काम करने का काम कर रहे हैं।
मोदी ने कहा, अगर चीनी की रिकवरी प्रति कुंतल कम भी होती है तो भी पहले से अधिक 261 रुपये का भाव मिलेगा। देश के हर किसान के परिवार के श्रम का सम्मान करने के लिए हमारी सरकार तत्पर है।
देश के करीब 5 करोड़ गन्ना किसानों के हित में फैसले लिए गए हैं। गन्ना किसानों को उनका बकाया जल्द से जल्द मिले इसके लिए अनेक उपाय किए गए हैं।