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सोशल मीडिया पर जबरदस्त रिएक्शन: पासपोर्ट अधिकारी के समर्थन में आए लोग

लखनऊ: एक महिला ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को टैग कर ट्वीट किया कि पासपोर्ट ऑफिस कर्मचारी ने उनके साथ बदतमीजी की है. मामले ने तूल पकड़ा तो कर्मचारी का ट्रांसफर गोरखपुर  कर दिया गया और जांच शुरू कर दी गई.

इसके बाद विकास मिश्रा का पक्ष मीडिया में आने के बाद सोशल मीडिया पर जबदस्त रिएक्शन देखने को मिला. विकास मिश्रा का पक्ष सामने आने पर उनके समर्थन में ट्विटर पर एक मुहिम छिड़ गई और #ISupportVikasMishra हैशटैग ट्रेंड होने लगा.

पहले जाने क्या है पूरा मामला

रतन स्क्वायर स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट सेवा केंद्र में बुधवार को अनस सिद्दीकी अपनी पत्नी तन्वी के साथ पासपोर्ट बनवाने गए थे. साक्षात्कार के पहले दो चरणों की मंजूरी ए और बी काउंटर पर मिल गई. काउंटर सी पर मौजूद सीनियर सुपरिंटेंडेंट विकास मिश्र ने दस्तावेजों पर सवाल उठाए तो तन्वी भड़क गईं.

तन्वी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट कर शिकायत की, ‘मैं हिंदू हूं और एक मुसलमान से शादी की है, जिसकी वजह से पासपोर्ट विभाग के अधिकारी मेरे साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं.’ उन्होंने सुषमा स्वराज से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी. इस पर विदेश मंत्रालय से जल्द कार्रवाई के आदेश दिए थे.

सोशल मीडिया पर जबदस्त रिएक्शन

इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर  जबदस्त रिएक्शन देखा गया. किसी ने कहा कि अफसर अपनी ड्यूटी कर रहा था. किसी को पासपोर्ट जारी करने से पहले कई तरह की जांच की जाती है ये उसी का हिस्सा है. ऐसे में अफसर पर की गई कार्रवाई सही नहीं है.

लोकप्रिय गायिका मलिनी अवस्थी ने भी अपना पक्ष रखा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सरकारी नियम की एक प्रक्रिया है. पासपोर्ट के लिए तो और भी गहन गंभीर प्रक्रिया है. मामले की पूरी जांच बिना अफसर को हटाना ठीक नही.

मशहूर फिल्ममेकर अशोक पंडित ने लिखा, “विकास मिश्रा के पक्ष को भी सुनने की जरुरत है, जिसे मामले में पक्षकार बनाया गया है. वह अर्थपूर्ण सवाल उठा रहे हैं. वे एक ही महिला द्वारा दो नाम उपयोग करने पर सवाल उठा रहे हैं. उन्हें दस्तावेजों की जांच का पूरा हक है. हमें कैसे पता की तन्वी जो आरोप लगा रही हैं वह सही है. पासपोर्ट बनवाने के लिए वे झूठ भी बोल सकती हैं.”

इसके साथ ही ट्विटर पर लोगों ने विकास मिश्रा के तबादले और तन्वी को एक घंटे के भीतर बिना जांच के पासपोर्ट जारी करने पर भी सवाल उठाए.

आरोपी अधिकारी ने कहा

आरोपी अधिकारी विकास मिश्रा ने भी गुरुवार को खुद पर लगे आरोपों पर मीडिया को जवाब दिया. यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने जाति और धर्म पर टिप्पणी की थी, विकास ने कहा, मैंने खुद इंटरकास्ट मैरिज की है. मैं जाति व धर्म में भेदभाव नहीं करता.

तन्वी के निकाहनामे में उनका नाम सादिया दर्ज था, जबकि दूसरे कागजात में नाम तन्वी सेठ लिखा हुआ था. ऐसे में उन्होंने तन्वी से कहा कि एक प्रार्थना पत्र लिखकर दें, ताकि नाम इंडोर्स किया जा सके. तन्वी इस पर राजी नहीं हुईं और बहस करने लगीं. इस पर मैंने फाइल अपने सीनियर को भेज दी. मैंने जाति या धर्म से संबंधित कोई टिप्पणी नहीं की.

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