आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी: नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोहों का नेटवर्क वाराणसी में पूरी तरह से सक्रिय है, जिसके बिछाए जाल में फंसकर बेरोजगार युवक लाखों की ठगी का शिकार हो रहे हैं।
इसका खुलासा तब हुआ जब 4 लोग उत्तर प्रदेश राज्य उपभोक्ता संघ लिमिटेड लखनऊ कार्यालय में 4 नियुक्ति का पत्र लेकर पहुंचे। वहां पता लगा कि नियुक्ति फर्जी है और ठग गिरोह ने नौकरी का झांसा देकर युवाओं से पैसा ले लिये हैं। पैसा देकर नौकरी का पत्र प्राप्त करने वाले एक पीड़ित ने इसकी शिकायत सारनाथ थाने में की है।
रईसा,थाना ठाकुरगंज जिला मऊ के रहने वाले संजय यादव ने बताया कि उनकी मुलाक़ात सारनाथ थाना के न्यू कालोनी, हिरवानपुर वाराणसी निवासी धर्मेंद्र यादव से हुई थी जिसने नौकरी दिलाने के नाम मुझसे और 14 लाख रुपया ठगी की और नियुक्ति पत्र थमा कर उत्तर प्रदेश राज्य उपभोक्ता संघ लिमिटेड लखनऊ कार्यालय भेज दिया। जब मैं और मेरे रिश्तेदार नियुक्ति के लिए पहुंचे तो पता चला कि वहां से कोई नियुक्ति ही नहीं निकली है। नियुक्ति फर्जी है। इस पर उन्हें ठगी का अहसास हुआ।
जिसकी लिखित शिकायत 26 मई को सारनाथ थाने में की लेकिन आजतक न मुकदमा दर्ज किया गया न ही कोई कार्रवाही ही की गई। थानेदार साहब बस थाने की परिक्रमा लगवा रहे है। परेशान होकर पीड़ित संजय ने इसकी शिकायत ट्विटर के मध्यम से वाराणसी पुलिस से की है तो वही सारनाथ के थानेदार से अनभिज्ञता जाहीर की है।