आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी: आईटी बीएचयू को आईआईटी बनाने के बाद से बीएचयू और आईआईटी में अक्सर टकराव की स्थिति देखने व सुनने को मिलती रहती हैं। बीएचयू प्रशासन के एक अल्टीमेटम ने एक बार फिर दोनों के बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न कर दी हैं।
दरअसल आईआईटी अपने शिक्षकों को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए परिसर में बहु मंजिली इमारत रेजिडेंशियल टावर का निर्माण किया साथ ही सुरक्षा के लिए टावर की बाउंड्री वॉल भी किया हैं। बीएचयू सूत्रों के मुताबिक परिसर की राजनीति में खास दखल रखने वाले पटेल बंधु आईआईटी के इस निर्माण से खासे नाराज़ चल रहे थे। अपनी हनक बनाये रखने के लिए पटेल बंधु बीएचयू प्रशासन के कान भरते रहे।
सूत्रों की माने तो बहकावे में आकर बीएचयू प्रशासन ने आईआईटी को रेजिडेंशियल टावर की बाउंड्री वॉल गिराने के लिए एक अल्टीमेटम दे दिया। इसके लिए 14 अगस्त तक का समय भी दिया गया। अल्टीमेटम में कहा गया कि आईआईटी तत्काल इस बाउंड्री वॉल को तोड़ लें वरना बीएचयू तोड़ेगा तो उसका खर्च भी वसूलेगा।
एक तरफ इस संबंध में बीएचयू और आईआईटी के जिम्मेदार अधिकारी साफ तौर पर कुछ भी बोलने से बचते रहे। तो वहीं इस मामले में बीएचयू और आईआईटी प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बनती दिखाई व सुनाई दे रही हैं जो परिसर में चर्चाओं का बाज़ार गर्म कर दिया हैं।