आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी। एशिया के सबसे बड़ा विश्वविद्यालय बीएचयू के सुरक्षाकर्मियों की ड्रेस कोड एक बार फिर विवादों में आ गई है। गार्डो के पहचान को लेकर अब कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। यहां के सुरक्षाकर्मी नेम प्लेट नहीं लगाते हैं। इसे लेकर कई तरह की चर्चा बढ़ रही है।
दरअसल नाम न छापने की शर्त पर बीएचयू के छात्रों और कर्मचारियों ने बताया कि यहां के सुरक्षाकर्मी नेम प्लेट नहीं लगाते हैं। वैसे अक्सर ही देखा गया है कि छात्रों, मरीजों या उनके परिजनों से दुर्व्यवहार, लूट-पाट करने व बात-बात पर लाठियां चलाने वाले सुरक्षाकर्मी अपनी पहचान छुपाने के लिए नेम प्लेट नहीं लगाते। इस कारण बीएचयू प्रशासन उनको कानूनी कार्रवाई से बचा लेता हैं।
बगली झांकते नज़र आये सुरक्षाकर्मी
इस बाबत जब सुरक्षाकर्मियों से पूछा गया कि वो अपनी पहचान क्यों छुपाते हैं..? इस पर सभी जबाब देने के बजाय बगली झांकते नज़र आये। वहीं सूत्रों की माने तो बीएचयू परिसर में अक्सर बवाल-बखेड़ा होता रहता है अगर सुरक्षाकर्मी नेम प्लेट लगायेंगे तो आये दिन इन पर मुकदमा दर्ज होंगे। फिर कोई सुरक्षाकर्मी यहाँ काम नहीं करेगा। सब परिसर छोड़कर भाग जाएंगे।
अब आप सोच सकते है कि बात-बात पर सुरक्षाकर्मियो के अराजक होने का कारण क्या है…? वैसे भी यह कहने में तनिक भी गुरेज नहीं कि जो लोग गलत होते हैं वही अपनी पहचान छुपाते हैं।फिलहाल यह खुलासा बीएचयू की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़ा कर दिया है।