– योगी सरकार ने पिछले वर्ष भी गोवंशों को लंपी से बचाने के लिए किये थे पूरे उपाय
– एक बार फिर गोवंशों को लंपी से बचाने के लिए सरकार ने अभी से कसी कमर
– लंपी वायरस की 10 हज़ार वैक्सीन पहुंची बनारस, 1600 गोवंशों को लगा टीका
रत्नेश राय
वाराणसी: कोरोना को हराने के बाद योगी सरकार ने पिछले वर्ष गोवंशों को लंपी वायरस से बचाने के लिए पूरे उपाय किये थे। योगी सरकार ने गोवंशों को लंपी से बचाने के लिए अभी से कमर कस ली है। वाराणसी में गोवंशों के टीकाकरण करने के लिए वैक्सीन पहुंच चुकी है और टीकाकरण भी शुरू हो चुका है। पिछले साल लंपी के दस्तक देते ही योगी सरकार सतर्क हो गई थी। जिससे 2,45,500 गोवंशों का टीकाकरण किया गया। सरकार के संजीदगी से लंपी से केवल एक गोवंश की मौत हुई थी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की बागडोर संभालते ही गोवंश के संरक्षण के लिए युद्ध स्तर पर काम करना शुरू कर दिया था। गोवंशों के रहने से लेकर उनके स्वास्थ्य की भी देखभाल करते आई है। योगी सरकार ने वाराणसी में लंपी वायरस के आहट के साथ ही टीकाकरण अभियान शुरू करके इस घातक बीमारी से लाखों गोवंश की रक्षा की थी। लोगों को जागरूक किया गया था। वाराणसी के प्रभारी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अशोक कुमार तिवारी ने बताया कि गत वर्ष सफल टीकाकरण अभियान में 655 गोवंश ही संक्रमित हुए थे। 1 गोवंश की मौत हुई थी। वाराणसी में गोवंश की संख्या 3,06,849 थी, जिसमें लगभग 35 दिनों के टीकाकरण अभियान में 2,45,500 गोवंशों का टीकाकरण किया गया था।
प्रभारी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि लंपी के 10 हज़ार वैक्सीन प्राप्त हो चुके हैं और टीकाकरण का अभियान भी शुरू हो गया है। अबतक 1600 गोवंशों का टीकाकरण किया जा चुका है। गोवंश आश्रय स्थलों पर संरक्षित गोवंश को सर्वप्रथम लंपी वायरस (एलएसडी) बीमारी का टीकाकरण किया जाएगा। उसके बाद जहां सबसे ज्यादा गोवंश संक्रमित हुए थे उन जगहों पर टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने ने बताया कि लंपी वायरस के रोकथाम, बचाव और लक्षण के पहचान के लिए पशुपालकों के बीच जागरूकता अभियान लगातार चलाया जा रहा है।