- दूसरे कार्यकाल के पहले साल में 49 परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण, 364 योजनाएं निर्माणाधीन
- काशी में विकास की धारा ने बढ़ाया पर्यटन का प्रवाह, बढ़े रोजगार के अवसर
रत्नेश राय
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विकास की गंगा बहा रहे हैं। योगी सरकार ने एक साल में 12,584 करोड़ ( बारह हजार पांच सौ चौरासी करोड़) की योजनाओं की सौगात काशीवासियों को दी है। इससे वाराणसी के विकास मॉडल की देश ही नही विदेशों में भी चर्चा होने लगी है। साथ ही लोगों का जीवन भी पहले से ज्यादा सुगम होता जा रहा है। विकास की धारा ने काशी में पर्यटन का प्रवाह भी बढ़ाया है। इसके चलते काशी में रोज़गार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। योगी सरकार के एक साल की उपलब्धियों को बताने के लिए वाराणसी में जनप्रतिनिधियों ने प्रेस कांफ्रेंस किया जिसमें जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी भी मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पिछले 6 साल से प्रदेश में सुशासन, विकास और रोजगार देने में रोज़ सफलता के नए कीर्तिमान गढ़ रही है। योगी सरकार ने दूसरी पारी के पहले एक साल में 413 विकास उन्ममुख परियोजनायों की काशीवासियों को सौगात दी है, जिसकी लागत करीब 12,584 करोड़ है। इसमें 49 विकास की योजनाओं का लोकार्पण हो चुका है, जिसकी लागत लगभग 742.39 करोड़ (सात सौ बयालीस करोड़) है। वहीं योगी सरकार में विकास की 364 गतिमान परियोजनाएं निर्माणाधीन है। इसकी लागत लगभग 11,842.33 (ग्यारह हज़ार आठ सौ बयालीस करोड़) है। ये योजनाएं 50 लाख से अधिक की लागत वाली है।
वाराणसी के विकास से सिर्फ़ जिले के लोग ही लाभान्वित नही हो रहे हैं, बल्कि पूर्वांचल और बिहार के लोगों को भी लाभ मिल रहा है। स्वास्थ, शिक्षा, सड़क, रोज़गार, पर्यटन और यातायात आदि जैसे कई क्षेत्रों में काम हो रहा है। सुगम यातायात के लिए कई योजनाएं चल रही हैं। इसमें फ्लाईओवर, रिंगरोड, सड़कों का चौड़ीकरण आदि शामिल हैं। इसमें प्रमुख संजीवनी के रूप में 325.59 करोड़ की शिवपुर फुलवरिया लहरतारा 4 लेन सड़क है। पर्यटन, रोजगार एवं सौंदर्यीकरण के अंतर्गत 72.63 करोड़ की लागत से सारनाथ बौद्ध सर्किट। 39.20 करोड़ की लागत से पंचक्रोशी परिक्रमा यात्रा। छुट्टा पशुओं, निराश्रित, गोवंशों के लिये आश्रय स्थल, जिसमें 12500 पशु संरक्षित हैं। शिक्षा के क्षेत्र में 66.65 करोड़ की अटल आवासीय परियोजना। प्राथमिक स्कूलों का कायाकल्प आदि है। इसके अलावा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से 448 उद्यमियों द्वारा 1,37,760.00 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है।